कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर विभिन्न तरह के होते हैं। सामान्यतः इसे तीन वर्गों में वर्गीकृत किया जाता है :
सॉफ्टवेर | ||
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सिस्टम सॉफ्टवेर | अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर | प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर |
2. लोडर 3. डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (DBMS) 4. ट्रान्सलेटर (Translator) 5. डेटा संचार सॉफ्टवेयर (Data Communication Software) 6. डिभाइस ड्राइभर (Device Driver) | 1. चिकित्सा सॉफ्टवेयर 2. शैक्षणिक सॉफ्टवेयर 3. वर्ड प्रोसेसर 4. स्प्रेड शीट | 1. टेक्सट एडिटर 2. कम्पाइलर 3. इन्टरप्रेटर |
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software)
यह कम्प्यूटर हार्डवेयर को इस प्रकार नियंत्रित करता है कि अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर अच्छी तरह से चल सके। जैसे :- ऑपरेटिंग सिस्टम, डिवाइस ड्राइवर, विंडोज सिस्टम आदि।
2. अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर (Application Software)
यह यूजर को एक या एक से अधिक कोई विशेष कार्य पूरा करने की अनुमति देता है। उच्च स्तरीय की कम्प्यूटर भाषाओं का उपयोग कर अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर बनाये जाते हैं। सॉफ्टवेयर प्रोग्राम अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हैं; जैसे :- औधोगिक स्वचालन (Industrial Automation), व्यापार सॉफ्टवेयर, चिकित्सा सॉफ्टवेयर, शैक्षणिक सॉफ्टवेयर, वार्ड प्रौसेसर आदि।
3. प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर (Programming Software)
यह आमतौर पर कम्प्यूटर प्रोग्राम लिखने में एक प्रोग्रामर की सहायता करने के लिए उपकरण प्रदान करता है; जैसे:- पाठ संपादक (Text Editors), कम्पाइलर (Compiler), डि-बगर (Debugger), इंटरप्रेटर (Interpreter) आदि। प्रोग्राम में त्रुटि जिससे गलत या अनुपयुक्त परिणाम उत्पन्न होते हैं उसे बग (Bug) कहते हैं। ज्ञात सॉफ्टवेयर बग के लिए इंटरनेट पर उपलब्ध छोटा प्रोग्राम जो निःशुल्क रिपेयर करता है, उसे पैच कहते हैं। सॉफ्टवेयर कोड में बग ढूँढ़ने की प्रक्रिया को डिबगिंग (Debugging) कहते हैं।